स्तंभ मजबूत बनाओ
जितना समय लगे, लगाओ
जीवन शून्य से पूर्ण की यात्रा है,
इसमें छोटे मार्ग न बनाओ।
हर कमजोरी, हर सुगमता,
वापस पीछे ले आएगी।
लाख अपने सर पटको,
प्रकृति छूटे पाठ पढाएगी।
जिसका सूक्ष्म सबल हो रहा,
मानो वही सफल हो रहा।
आधार की गहराईयों में,
निष्ठा के स्तंभ बनाओ।
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