Monday, July 27, 2020

सत्य

न दिन है न रात है
न सुख में न दुःख में
न धन है न निर्धनता
न राग में न वैराग में
न शक्ति न दुर्बलता
न जीवन न मृत्यु।

सत्य क्या है ?
तुम, मैं या यह संसार !

अर्धसत्यों के जंगल में, सत्य खोजता हूँ
माया में सत्यम शिवम् सुंदरम ढूंढता हूँ।

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