Saturday, July 15, 2023

विश्वास

शक्ति और कमजोरी दोनों का कोई अस्तित्व नहीं है, यह दोनों तो विश्वास ही है। जिसने इन विश्वासों का समुचित उपयोग सीखा, वह लीक से हटकर कुछ कर गया।




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मेरी माँ

भोजन टेबल पर रखा जा चुका था। नजर उठा कर देखा तो माँ सामने खड़ी थी। सूती साड़ी में लिपटी वह सादगी की प्रतिमूर्ति , चेहरा सर्द बर्फ की तरह शां...