Thursday, October 29, 2020

माता कल्याण करो।

 माँ ! उद्धार करो।

माता कल्याण करो, शक्ति, भक्ति, नव तेज, विश्व नवल, नव आशा, नव नव सब निर्माण करो। माता कल्याण करो। अंत करो आतंक, दुष्ट का निश्चय ही संहार करो। माता ! श्रांत, क्लांत से नर नारी हैं, नव ऊर्जा का संचार करो। माता कल्याण करो। फोटो - मित्र जॉयदीप पाल



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सागर सदृश जीवन में उत्तुंग तरंगें स्मृतियों की जब कूल तोड़ कर बढ़ती हों कुछ बह जाता, कुछ रह जाता है। कितने मेरे थे, कितनों का मैं, पर काल बिंद...