Saturday, July 15, 2023

यज्ञ

हमारे आस-पास सब कुछ एक यज्ञ जैसा ही है। यज्ञ में जैसे अग्नि सबकुछ को स्वाहा कर रही होती है, वैसे ही जीवन में काल भी सब कुछ कुछ को स्वाहा कर रहा होता है।

इस हवन के आगे पीछे जो शेष रहता है, वह है उपयुक्त समिधा की गुणवत्ता और उससे वातावरण में सृजित उर्जा और गंध। आपका जीवन सुगंधित हो।



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